America के अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने पहली बार माना है कि मई में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में पुलिस का रवैया गैरजिम्मेदाराना था। विलियम ने कहा- मुझे यह कहना पड़ रहा है कि हमारी पुलिस अश्वेतों और श्वेतों से अलग-अलग तरह का बर्ताव करती है, यह सही नहीं है। 25 मई को जॉर्ज को पुलिस एक मामले में गिरफ्तार करने गई थी। इस दौरान एक पुलिस अफसर ने 8 मिनट तक घुटने से जॉर्ज का गला दबाए रखा। उसकी मौत हो गई। अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
लोग भी यही मानते हैं
विलियम ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जॉर्ज मामले पर खुलकर बातचीत की। कहा, “जो हुआ, वो गलत था। अमेरिका में यह माना जाता रहा है कि यहां पुलिस अश्वेत और श्वेतों में फर्क करती है। इनके मामलों को अलग-अलग तरीके से डील किया जाता है। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। अफ्रीकी-अमेरिकी पुरुषों के मन में तो भेदभाव की बात बहुत गहरे तरीके से पैठ कर चुकी है।”
विलियम का दावा व्हाइट हाउस से अलग
रंगभेद या नस्लवाद पर विलियम के बयान से ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को लेकर ट्रम्प प्रशासन में एकराय नहीं है। कुछ दिन पहले व्हाइट हाउस के इकोनॉमिक एडवाइजर लैरी कुडलो ने कहा था- प्रशासन या पुलिस में नस्लवाद जैसी कोई चीज नहीं है। अब विलियम अपने ही सहयोगी के दावे को खारिज कर रहे हैं।
विलियम ने कहा, “मुझे कहने में कोई दिक्कत नहीं कि नस्लवाद संबंधी आरोपों पर हमें जल्द और वक्त रहते कमियां दूर करनी होंगी। इन पर कार्रवाई करनी होगी। जॉर्ज का मामला सामने आने के पहले मैं भी यही मानता था कि इस तरह की कोई बात नहीं है। लेकिन, सच्चाई को भी आप खारिज नहीं कर सकते। आप कानूनी एजेंसी की यह जिम्मेदारी है कि वो अफ्रीकी-अमेरिकी लोगों के मन में यह भरोसा पैदा करें कि हर अमेरिकी से एक जैसा बर्ताव किया जाएगा।”
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