भारत सरकार के चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का अमेरिका ने भी समर्थन किया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि टिक टॉक समेत चीनी ऐप्स पर बैन लगाने से भारत की सुरक्षा बढ़ जाएगी।
पोम्पिओ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्टरों से कहा- हम भारत के फैसले का स्वागत करते हैं। ये ऐप्स चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के जासूसी करने वाले देश चीन का पिछलग्गू बनकर काम कर रही थीं।
सरकार ने टिक टॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप्स बैन किए थे
सरकार ने चीन के 59 ऐप्स पर सोमवार को बैन लगा दिया था।। इस लिस्ट में टिक टॉक, यूसी ब्राउजर, हेलो और शेयर इट जैसे ऐप्स शामिल हैं। सरकार ने कहा था कि इन चाइनीज ऐप्स के सर्वर भारत से बाहर मौजूद हैं। इनके जरिए यूजर्स का डेटा चुराया जा रहा था। इनसे देश की सुरक्षा और एकता को भी खतरा था। सरकार ने इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के सेक्शन 69ए के तहत इन चीनी ऐप्स को बैन किया है।
टिक टॉक इंडिया ने मंगलवार को यूजर्स के डाटा को चीनी सरकार के साथ शेयर करने से इनकार किया था।
गलवान हिंसक झड़प के बाद हुई है कार्रवाई
चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई पूर्वी लद्दाख केगलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद हुई है। 15 जून को भारत और चीन की सेना में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी। हालांकि, चीन ने कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं जारी किया है।
from Dainik Bhaskar
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