अमेरिका ने 700 करोड़ रुपए की सिरिंज और निडिल खरीदने का आर्डर दिया है। कोरोना वैक्सीन तैयार होने के बाद इनका इस्तेमाल लोगों को टीका लगाने के लिए किया जाएगा। अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार को बताया कि यह देश में महामारी रोकने की रणनीति के लिए अहम है। अगले एक साल में 500 करोड़ सिरिंज खरीदे जाएंगे। 2020 के अंत तक 134 करोड़ सिरिंज देश के अस्पतालों तक पहुंचा दिए जाएंगे।
अमेरिका में वैक्सीन तैयार करने का काम तेजी से हो रहा है। देश के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट से मंजूरी मिलने के बाद देश भर में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू की जाएगी। सिरिंज और नीडल खरीदने के लिए सरकार ने ड्यूओप्रोस मेडिटेक कॉर्पोरेशन, कार्डिनल हेल्थ, गोल्ड कोस्ट मेडिकल सप्लाई, एलपी, एचटीएल स्ट्रेफा, क्वालिटी इंपैक्ट और मेडलाइन इंडस्ट्रीज को आर्डर दिया गया है।
अमेरिका ने शुरू किया है ऑपरेशन वार्प स्पीड
अमेरिका ने वैक्सीन तैयार करने के लिए ऑपरेशन वार्प स्पीड शुरू किया है। इसके तहत इस साल दिसंबर तक वैक्सीन तैयार करने की योजना है। अमेरिकी सरकार ने देश के लिए 50 करोड़ वैक्सीन हासिल करने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने दो दवा कंपनियों ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन और सनोफी पैस्टर की ओर से तैयार किए जा रहे टीके पर करीब 200 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान भी किया है।
मार्डना कंपनी ने वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल पूरा किया
अमेरिकी कंपनी मॉर्डना वैक्सीन पर इंसानों का ट्रायल पूरा कर चुकी है। कंपनी ने वैक्सीन के लिए जरूरी जेनेटिक कोड पाने से लेकर उसका इंसानों में ट्रायल तक का सफर मात्र 42 दिनों में पूरा किया था। पहली बार इसने जानवरों से पहले इंसानों पर ट्रायल शुरू किया था।16 मार्च को सिएटल की काइज़र परमानेंट रिसर्च फैसिलिटी में सबसे पहले यह वैक्सीन दो बच्चों की मां 43 वर्षीय जेनिफर नाम की महिला को लगाया गया था। पहले ट्रायल में 18 से 55 वर्ष की उम्र के 45 स्वस्थ प्रतिभागी शामिल किए गए थे।
कोरोना वैक्सीन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें:
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gthW22
https://ift.tt/2Pr0Q91
0 Comments