कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में शुक्रवार को देश में नई सरकार के लिए आम चुनाव हुए। इस दौरान लोग मुंह पर मास्क और हाथ में ग्लव्स पहनकर मतदान करने के लिए घरों से निकले। यह चुनाव प्रधानमंत्री ली सेन लूंग का टेस्ट भी है। उम्मीद है कि सत्ता में मौजूद पार्टी की फिर वापसी होगी।
वोटिंग टाइम बढ़ाया गया
वोटिंग सुबह आठ बजे शुरू हुई। पहले रात आठ बजे तक वोटिंग होनी थी, लेकिन अब समय दो घंटे और बढ़ा दिया गया है। सुबह 65 साल और उससे ज्यादा की उम्र वाले वोट डालने पहुंचे ताकि युवा वोटरों से उनका कम संपर्क हो। इस वजह से पोलिंग स्टेशनों पर लंबी लाइनें लग गईं और टाइम बढ़ाना पड़ा। इसके लिए चुनाव विभाग ने मांफी भी मांगी।
शाम पांच बजे तक 81 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला
चुनाव विभाग ने कहा कि शाम पांच बजे तक करीब 21 लाख 59 हजार लोगों ने वोट डाल दिया था। यह रजिस्टर्ड वोटरों का 81 प्रतिशत हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए पोलिंग स्टेशलों की संख्या 880 से बढ़ाकर 1100 कर दी गई है। हर एक पोलिंग स्टेशन पर करीब 2400 लोगों को वोट डालना है।
11 पॉलिटिकलपार्टियां मैदान में
सत्ता में मौजूद पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) समेत 11 पॉलिटिकल पार्टियां चुनाव में उतरी हैं।पिछले 9 दिनों से सभी पार्टियां प्रचार कर रही थीं। प्रधानमंत्री ली ने पिछले महीने तय तारीख से 10 महीने पहले ही चुनाव कराने की घोषणा की थी। ली की पीएपी पार्टी 1950 के बाद से हर चुनाव जीत चुकी है। हालांकि, 2011 में पार्टी का वोट प्रतिशत लगभग 60% तक गिर गया था।
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from Dainik Bhaskar
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